“शहर क्या देखें कि हर मंज़र में जाले पड़ गए तन्हाई में बैठकर दर्द को अपनी क़लम से लिखता हूँ, मंज़र लखनवी टैग : दिल शेयर कीजिए क्या करें इश्क की तासीर ही ऐसी होती है। कलीम आजिज़ टैग : ज़िंदगी शेयर कीजिए और मैं तुझे फिर से पाने की https://youtu.be/Lug0ffByUck